लोगों की राय

लेखक:

नम्नता शाह दुबे

एक राष्ट्रीयकृत बैंक में वरिष्ठ प्रबन्धक के पद पर वाराणसी में कार्यरत हैं। बापू की नगरी गुजरात में जन्मी नम्नता का परिवार एक साल बाद ही वाराणसी आ गया और वे यहीं पलीं बढ़ीं। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट तथा आई.आई.आईटी इलाहाबाद से एम.बी.ए किया। शादी भी यहीं हो गयी तो भोले की नगरी की होकर रह गयीं। लिखने का शौक़ तो स्कूल के समय से रहा और स्कूल की वार्षिक मैगजीन में कई बार कविताएँ छपीं भी। फिर इंटर कॉलेज स्पर्धाओं में कई पुरस्कार एवं सम्मान मिले। कई छोटी-बड़ी कविताएँ बैंक की स्पर्धाओं एवं ब्लॉग पर आती रहती हैं। उम्मीद है इन कविताओं के शब्द आपको भी लुभायेंगे।

मयूरम : शब्दों का भीगा नृत्य

नम्नता शाह दुबे

मूल्य: $ 15.95

  आगे...

 

   1 पुस्तकें हैं|